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कुछ खुशियाँ और गम के पल यादों के खाते में बेहिसाब जुड़ जाते हैं।

Updated: Aug 2, 2023



आंखों की पलक झपकते ही साल गुजर जाते हैं।

कुछ खुशियां और गम के पल यादों के खजाने में बेहिसाब जुड़ जाते हैं।


मोहब्बत की जिनसे, वो आये और चले गए, पर मेरी दुनिया कभी थमी नहीं।

कभी आंसु बहाए, कभी मुस्कान बिखराई, आपकी यादों में हम, आपके प्यार की वादियों में,

यादों के सहारे हमने अपना घर सजाया।

पलकों पर सजी रहीं हैं आपकी यादें, आपकी यादों की छाँव में बैठे हैं हम, पर आप तो चले गए,धूप की वो हवा जो बिना छुए हमें। अकेले ही लग रहे हैं हम, प्यार की वादियों में जो घर हमने सजाया है, हमारे लिए।


अभी तो बस यादों की नदियाँ के किनारे बैठे हैं हम, हमने खुद को खो दिया है तुम्हारी यादों के बहाव में।

इंतज़ार करना तो मुझे आता है, पर मुझे लगता है कि आप लौटना भूल गए।

बिना आपके जीवन नहीं था आसान, संघर्षों की थी बौछार, मैंने अपने दम पर अपनी राह तय की,

आंसुओं भरी रातों से, नए सवेरों की उम्मीद से, हर रोज़ बिताई। उस इंतज़ार में कि एक दिन आप लौटोगे।


कमाया तो हमने बहुत पैसे, इसलिए कि उलझे रहें, इतना कि आपकी यादों से दूर रह सकें।

चीजें खरीदी, खुद को उलझाने के लिए, लेकिन मेरी अकेलापन को वे नहीं भर सकीं।

बेजान चीजें तो आखिर चीजें ही रहीं, न मन को उलझा सकीं, न दिल को बहला सकीं।

मेहंगी गाड़ी में हज़ारो मिल चले हम तेरी याद भूलने खुद के मन को उलझने के लिए

पर सफर के अंत में फिर याद वो चार कदम जो आपके साथ चलते चले थे।


हमने तुमको चमकता हुआ वो तारा समझा, जिंदगी का जो अंत तक हमारे साथ रहेगा।

पर आप तो वो उल्का तारा निकली, जो थोड़े ही वक्त में दिख कर हमारी ज़िंदगी के आकाश से गुम हो गई।

हमें पता है वो उल्का तारा फिर से लौट के आएगा, इसलिए उसका लौटने की उम्मीद में बैठे हैं हम।


कभी कभी सोच थे हैं हम इतने अकेले क्यों हैं? इसका मकसद क्या है? इस दुनिया में करोड़ों लोग,

सभी एक दूसरे को संतुष्ट करने के लिए तरसते हैं फिर भी खुद को अकेला ही पाते हैं,

क्या वो सभी मेरे जैसे किसी का इंतज़ार कर रहे हैं। ऐसा क्यों? क्या इस दुनिया को इंसान का

अकेलापन को पोषित करने के लिए ही बनाया गया है।


सपनों के आँचल में, छुपी है तेरी मिठी बातें, हर एक पल, हमारे दिल की धड़कन से लिपटी रहती।

जब भी तू याद आती है, दिल में ख़ुशियों की बरसात होती है, ख़्वाबों के संग गुज़री वो रात होती है।

जैसे तारों की चमक, सितारों की रौशनी है अम्बर में, तेरी मुस्कान ही वो चाँदनी है दिल के अन्दर में।


बस तेरा इंतज़ार तेरी याद ही काफी हमारे जीवन को, सांसे तो नाम के वास्ते चल रही हैं।

जिंदगी की हर राह में, आपने साथ दिया होता है, ख्वाबों के पर्दे में, तेरी यादों की कहानी है छुपी होती।

जब भी तू याद आती है, दिल में ख़ुशियों की बरसात होती है, ख़्वाबों के संग गुज़री वो रात याद आती है।


बस और ना कराओ अब इंतज़ार लौट जाओ आप ,क्यों की इंतज़ार करना तो मुझे आता है,

पर मुझे लगता है कि आप लौटना भूल गए हो ,आंखों की पलक झपकते ही साल गुजर जाते हैं।

इन आखों को हमेशा के लिए बंद होने से पहले लौट जाओ।


कुमार

www.lifescripted.org


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